अर्धांगना तुम वीरांगना
तुम विपासना, तुम महात्मा
जन्म यह संयुक्त हो
जीवन संपूर्ण हो, प्रयुक्त हो
अलौकिक विधियों तक
ना आवेश हो पर
जीवनी शक्तियों का प्रबल आवेग हो...
अर्धांगना तुम नारायणा
तुम अभिलाषा, तुम विपाशा
अग्रणी, सगुण, धीरात्मा
तुम वायुसम अध्याय हो
तुम प्रचंड विधियों तक
ना श्वांस हो पर
अदम्य अघोर का अनुशासित ध्येय हो
अर्धांगना तुम प्राप्त हो
तुम ही आध्यात्म हो...
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